क्यों जाते जाते इतना इल्जाम लगा रही हो तुम ही शुरू की थी तुम ही ख़त्म कर रही हों किसी को दूर जाना है इतना बहना क्यो एक लाइन में बोल सकते हो मन भर गया अब और कोई चाहिए    तुमने ही बात बंद की थी फिर तुम इल्जाम लगा रही कौन किसके लिए क्या किया है ऊपर वाला जानते हैं मैं कुछ नहीं किसी के लिए बुरा नहीं  सोचा है लेकिन इतना घटिया मेरे बारे में सोच रखता है  मेरा विश्वास तोड़ा है  बेबसी, इंतजार, और हमेशा सोचते रहना क्या होता हैं भगवान् जानते हैं मेरे जमीर को जो खून किया है वो माफी के काबिल नहीं  हम जैसा भी जिस हालत में रहु बताने नहीं जाऊंगा  तुम हमें भुला दोगी तो मैं भी कोशिश करूंगा,😭  मगर पहचाने में हमें भूल हुई हम तो सोचे भी न कि तुम मेरे साथ ऐसा कर सकती तुम अपनी खुशियां मनाओ  तुमलोग के बीच में नहीं आयेगे तुम्हारी wish जरूर पूरा होगी  मेरे दिल साथ खेलने के बहुत बहुत धन्यवाद  नहीं आऊंगा वापस तुम जिसके साथ खुश हों खुश रहो  अपना पन का नाटक करने की क्या जरूरत थी तुम्हे  मैं कोई खिलौना था  ब बोझ नहीं बनूंगा तुम पर जो तुम सोच रही  वापस नहीं आयेगे कभी नहीं तुम्हारे लाइफ में  बहुत इल्ज़ाम लगाया आपने अप...